बिहार में अधिकारियों पर होगी कार्रवाई

पटना। अपराध की रोकथाम के लिए बिहार में अब अधिकारियों पर भी होगी कार्रवाई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपराध पर हर हाल में काबू पाने का निर्देश देते हुए कोताही बरतने वाले अधिकारियों-कर्मियों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा है।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी थाना क्षेत्रों में रात्रि गश्ती को और बढ़ाने की जरुरत है। सभी थानों में नियमित रूप से रात्रि गश्ती को सुनिश्चित करें। गश्ती में जहां भी शिथिलता बरती जाए,  सम्बंधित पदाधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की जाए। वरीय पदाधिकारी स्वयं भी गश्ती करें तथा की जा रही गश्ती की चेकिंग भी करें। प्रत्येक थाने में स्टेशनरी एवं अन्य सामग्री के लिए रिवाल्विंग फंड की व्यवस्था सुनिश्चित रखें। ऐसा सिस्टम बनाएं कि थाने के अकाउंट में हमेशा राशि उपलब्ध रहे। प्रत्येक थाने में महिलाओं के लिए महिला शौचालय एवं स्नानागार की समुचित व्यवस्था रखें। सभी थानों में आगंतुकों के लिए कक्ष की समुचित व्यवस्था रखें। सभी थानों में लैंडलाइन फोन की व्यवस्था का नियमित रख रखाव हो। उन्होंने कहा कि विशेष शाखा को और सुदृढ़ करें, जिससे सही सूचना और तेजी से प्राप्त हो। खुफिया तंत्र के मजबूत रहने से क्राइम कंट्रोल में सहुलत होगी। सभी प्रमुख शहरों में सीसीटीवी स्थापना एवं कॉल सेंटर/हेल्प लाईन की व्यवस्था सुनिश्चित करें। सभी जोन में क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला का क्रियान्वयन सुचारू रूप से हो। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध पर नियंत्रण के लिये सभी जरूरी कदम उठाएं।

मुख्यमंत्री ने कड़ा निर्देश देते हुए कहा कि आप सभी मुस्तैदी से काम करें। किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गड़बड़ी करने वाले लोगों को चिन्हित कर उन पर कड़ी कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि हर हाल में अपराध पर नियंत्रण रखें। कोताही बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मियों को चिह्नित कर उन पर सख्त कार्रवाई करें। कानून का सख्ती से पालन हो और अपराधियों में कानून का भय हो।

इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को यहां हुई इस समीक्षा बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक सीआईडी विनय कुमार ने विधि व्यवस्था से सम्बंधित प्रस्तुतीकरण दिया। प्रस्तुतीकरण में थानावार, जिलावार, रेंजवार- क्राइम, डकैती/लूट, मर्डर, रॉबरी, रेप, गृह भेदन कांड, वाहन चोरी, एससी-एसटी के विरुद्ध अपराध तथा अपराध के अन्य कारकों की विस्तृत जानकारी दी गई। अपराध वृद्धि वाले थानाध्यक्षों के विरुद्ध की गई कार्रवाई, एवं अत्यधिक कांड वाले शीर्ष अनुमंडलों की भी जानकारी दी गई। प्रस्तुतीकरण में अपराध कांडों की जिलावार तुलनात्मक विवरणी प्रस्तुत की गई। अपराध वृद्धि वाले थानों की भी गहन समीक्षा के साथ-साथ कार्रवाईयों के संबंध में भी जानकारी दी गई।

बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल, अपर मुख्य सचिव गृह आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री  के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक विशेष शाखा जेएस गंगवार, अपर पुलिस महानिदेशक लॉ एंड ऑर्डर अमित कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक एसटीएफ सुशील खोपड़े, पुलिस महानिरीक्षक मद्य निषेध अमृत राज, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह एवं अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

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