मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या अंधेरे में हैं: राजद
मुख्य विपक्षी दल राजद ने गंभीर सवाल उठाया है कि क्या पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अंधेरे में रखा है?
पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी आज के जनता दरबार में आए फरीयादियों की बात सुनकर जिस प्रकार अनभिज्ञता जाहिर कर रहे थे, उससे तो यही लगता है कि पदाधिकारियों ने उन्हें गफलत में रखा है, या मुख्यमंत्री जी अपने को अनभिज्ञ बताकर अपना चेहरा साफ कर रहे हैं।
आवास तक सीमित हैं मुख्यमंत्री
राजद प्रवक्ता ने कहा कि पांच वर्षों के बाद आज मुख्यमंत्री के जनता दरबार में आंगनवाड़ी सेविकाओं को तीन वर्षों से मानदेय का भुगतान नहीं होने, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ विद्यार्थियों को नहीं मिलने, कागज पर हीं अस्पताल चलाने और कॉन्ट्रैक्ट पर बहाल कर्मियों को सेवा से हटाए जाने जैसे मामले में मुख्यमंत्री द्वारा आश्चर्य प्रकट किया गया जिस से तो यही साबित होता है कि पदाधिकारी बगैर मुख्यमंत्री के संज्ञान के अपने स्तर से ही फैसला कर उसे लागू करते हैं। यह काफी गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि इससे विपक्ष के इस आरोप की पुष्टि हो रही है कि मुख्यमंत्री के चहिते चंद पदाधिकारी ही सरकार चला रहे हैं और मुख्यमंत्री जी की भूमिका केवल मुख्यमंत्री आवास के अन्दर तक ही सीमित कर दी गई है।
दावे खोखले
राजद नेता ने कहा कि आज के जनता दरबार के बाद मुख्यमंत्री जी को ईमानदारी से यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि उनके द्वारा विकास के जो भी दावे किए जा रहे हैं वे सब केवल कागजी और खोखले हैं। जमीन पर की सच्चाई इसके विपरीत है।